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Showing posts from January, 2020

किडनी कैसे रक्त साफ करती है?

किडनी का सबसे जरूरी काम होता है रक्त को साफ करना और रक्त से सारे अपशिष्ट उत्पादों को अलग कर उन्हें पेशाब के जरिये शरीर से बाहर निकलना। हमारे शरीर में दो किडनियां होती है, प्रत्येक किडनी लगभग एक लाख फ़िल्टरिंग यूनिट से बनी होती है, जिसे नेफ्रॉन कहा जाता है। किडनी के यह नेफ्रॉन किसी आम छन्नी की भांति कार्य करते हैं, एक किडनी पर नेफ्रोन की संख्या लाखों में होती है। हमारी दोनों किडनियों में से प्रति मिनट 1200 मिली लिटर के लगभग रक्त स्वच्छ होने के लिए आता है जो हृदय द्वारा शरीर में पहुँचने वाले पूरे खून के बीस प्रतिशत के बराबर है।  इस प्रकार किडनी करती है रक्त साफ़:- हमारी किडनी धमनियों (RENAL ARTERIES) से जुड़ी हुई होती जो किडनी के अंदर खून लाने और ले जाने का काम करती है। धमनियों में दो पाइप होती है, जिसमे एक होती है रक्त वाहिकाएं (BLOOD VESSELS) और दूसरी होती है रक्त शिराएँ यानि नसें (BLOOD VEINS)। रक्त वाहिकाएं (BLOOD VESSELS) किडनी के अंदर खून लाने का काम करती है ताकि उसे साफ किया जा सके,  और रक्त शिराएँ (BLOOD VEINS) नेफ्रोन से साफ हुए खून को पुरे शरीर में पहुँचाने का का...

How kidney treatment in Ayurveda is Best for the kidneys?

Your kidneys are two small and sensitive organs located on either side of the spine, just below the ribs. They are the ones who are responsible for the elimination of the waste, excess fluid, and balancing electrolytes. They are also responsible for the generating hormones for the better functioning of the body.  A healthy diet and adequate water intake are enough to keep the kidneys healthy. However, certain herbs, foods, and supplements can help and support the kidneys.  If your kidneys are unable to discharge their duties, then you may need to get  Best kidney treatment in Ayurveda.  Natural ways can help the kidneys to cleanse the kidneys to perform well and eliminate the kidney problems from its roots. For instance, herbal tea can cleanse the blood and flush the toxins out from the body through urine.  Why there is a need for kidney treatment? It is required to heal the unhealthy state of the kidneys when they are unable to execute their ...

पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज से कैसे निदान पाया जा सकता है?

पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज क्या है? पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज किडनी से जुड़ी एक ऐसी बीमारी है जो हमें अपने अपने परिवार वालों से मिलती है, यह एक जुड़ा एक वंशानुगत रोग है। किडनी से जुड़ा यह रोग अगर माता पिता के अलावा भी और उनसे पहले किसी को रहा तो भविष्य में यह रोग परिवार में किसी को होने का खतरा रहता है। इस किडनी रोग में व्यक्ति की दोनों किडनियों पर तरल से भरे हुए बुलबुले बन जाते है, जिसे सिस्ट कहा जाता। किडनी पर होने वाले सिस्ट लाखों की संख्या में होते हैं। किडनी पर हुए सिस्ट में से कुछ सिस्ट को आँखों से देखा जा सकता है, जबकि कुछ सिस्ट को नंगी आँखों देखना संभव नहीं होता। अगर इन सिस्टो का उपचार ना किया जाए तो यह रोग क्रोनिक किडनी रोग यानि किडनी फेल्योर में भी बदल सकता है। पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज एक प्रकार का ऑटोसोमल डोमिनेन्ट वंशानुगत रोग है, यह अधिकतर वयस्कों में पाया जाता है। इस रोग में मरीज के बाद उसकी संतान को किडनी रोग होने की 50% तक की आशंका रहती है। पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज का यह जीन संतान को उसके बचपन से ही मिल जाता है, जिसके कारण इस रोग से बचाना बहुत मुश्किल होता है। हाँ, कुछेक के...

एक किडनी वाले किन बातो का रखे ध्यान

बहुत से लोगो एक किडनी होती है। किसी के पास एक किडनी दो सूरतो में ही हो सकती है, पहला जन्म से एक ही किडनी का होना और दूसरा, किसी कारण के चलते एक किडनी को शरीर से अलग किया जाना हो।   जिन बच्चों में जन्म से ही दायीं किडनी तो होती है मगर बायीं किडनी नहीं होती है, ऐसी स्थिति को रेनल एजेंसिस कहा जाता है। कई बार ऐसा भी देखा गया है कि व्यक्ति के पास दोनों किडनियां तो होती है लेकिन काम केवल एक ही किडनी करती है। जो लोग इस समस्या से जूझ रहे होते हैं उनकी इस स्थिति को रेनल डिस्प्लेसिया कहा जाता है। एक किडनी वालों किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? जिन लोगो के पास किसी भी कारण से अगर किडनी है तो उनको कई बातों का ध्यान रखना चाहिए , जैसे की उन्हें अपने आहार और लाइफस्टाइल का खास ध्यान रखना चाहिए। ऐसे लोगो को किडनी खराब होने के कारणों पर खास ध्यान रखना चाहिए। एक किडनी वाले व्यक्ति को निम्नलिखित बातों का खास ध्यान रखना चाहिए , जोकि किडनी खराब होने के मुख्य कारण है :- मूत्र संक्रमण से बचे - मूत्र संक्रमण या यूरिन ट्रैक इन्फेक्शन ( UTI) एक गंभीर समस्या है। मूत्र संक्रमण के दौरान किडनी पर नकारत्मक...

किडनी कैंसर रोधी खाद्य पदार्थ

किडनी कैंसर आपकी किडनी में शुरू होता है , जो मुट्ठी के आकार के बराबर होती है और आपकी रीढ़ की हड्डी के दोनों तरफ पेट के अंगों के पीछे स्थिति होती है। वयस्कों में रीनल से कार्सिनोमा ( carcinoma) किडनी के कैंसर का सबसे आम प्रकार है। किडनी कैंसर के अन्य कम सामान्य प्रकार हो सकते हैं। छोटे बच्चों को विल्म्स ट्यूमर ( Wilms tumor) नामक किडनी कैंसर होने की अधिक संभावना होती है। साथ ही किडनी कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि , इमेजिंग तकनीकों जैसे कि कंप्यूटराइज्ड टोमोग्राफी ( Computerized tomography) यानी सीटी स्कैन अधिक बार इस्तेमाल किया जाना। इन जांच से किडनी कैंसर की संभावना बढ़ जाती है। इसे कम करने के लिए हमें अपने खान-पान का खास ध्यान रखना चाहिए। किडनी कैंसर के लिए जरूरी आहार - कैंसर रोगियों का लगातार बढ़ रहे हैं , लेकिन सब्जियां , फल , साबुत अनाज और फलियों से बना संतुलित आहार , आवश्यक विटामिन और मिनरल कैंसर से लड़ने में सहायका कर सकते हैं। किडनी कैंसर से बचने के लिए कुछ खाद्य पदार्थ जैसे –   ·          लह...