संजीवनी है प्याज
हम रोजाना अपने भोजन को तैयार करने के लिए कई चीज़ों का इस्तेमाल करते है। जैसे नमक, मिर्च, हल्दी, मसाले, लहसुन और प्याज। यह सभी चीज़ें एक तरफ जहां हमारे भोजन का स्वाद बढ़ाने में हमारी मदद करते है, ठीक उसके साथ उसमे अपने औषधिक गुण भी डालते है। जोकि हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी है। उदाहरण के तौर पर हम हल्दी का प्रयोग अपने भोजन में करते है जोकि एक एंटीबीओटिक औषधि है।
रोज के खाने में प्रयोग की जाने वाली चीज़ों में सबसे खास और महत्वपूर्ण चीज़ है "प्याज"। एक भारतीय का खाना उस समय तक अधूरा है जब उसमे प्याज का इस्तेमाल ना किया जाए। विशेषकर उत्तर भारत में प्याज को बड़े ही चाव से खाया जाता। यहाँ प्याज के बिना शायद ही कोई भोजन बनाया जाता हो। एक तरफ प्याज जहां अपने कटने पर रुलाती है वहीं यह प्याज हमारे भोजन का स्वाद भी बढाती है।
प्याज के गुण :-
प्याज ना केवल हमारे खाने का स्वाद बढाती है। बल्कि इसमें कई गुणकारी गुण भी शामिल है। आपको बता दें की एक प्याज में प्याज में 86 प्रतिशत प्रोटीन है और 13 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट्स मौजूद होता है। साथ ही एक आधा कप प्याज में 3 एमजी सोडियम, 116 एमजी पोटैशियम, और 3 एमजी फॉस्फोरस जैसे तत्व मौजूद होते है। जो हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक है।
प्याज के रोजाना इस्तेमाल से हम खुद को कई रोगो से दूर रख सकते है। प्याज हमारे लिए किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है। एक शोध में वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि ताज़ा उखाड़े गए प्याज में तीन घंटे तक ' एम ' नाम की ऐसी विद्दुत - किरण रहती है जो सूर्योदय की किरणों के समान ही आरोग्य और संजीवन देती है। शायद इसी कारण इसे आयुर्वेद में एक विशेष औषधि के रूप में स्थान दिया गया है। अकेले प्याज ही कई रोगो से आपको बचाती है। जिसकी एक लम्बी श्रंखला है।
प्याज एक औषधि :-
अब तक हम इतना तो जान ही चुके है की प्याज हमारे लिए कितनी जरुरी है। प्याज ना सिर्फ खाने का स्वाद बढाती है बल्कि यह एक गुणकारी औषधि भी है। प्याज से हम किडनी रोग से आसानी से छुटकारा पा सकते है साथ ही निम्नलिखित रोगो से भी मुक्ति मिलती है-
1. रक्तचाप - कच्चा प्याज खाने से हमारा रक्तचाप नियंत्रण में रहता है। यदि आपका रक्तचाप लगातार बढ़ रहा है तो यह कई बिमारियों के होने का संकेत है। लगातार बढ़ते रक्तचाप के कारण हमारी किडनी भी ख़राब हो सकती है।
2. कोलेस्ट्रॉल - प्याज के अंदर मिथाइल सल्फाइड और अमीनो एसिड होता है। यह तत्व हमारे कोलेस्ट्रॉल को काबू में रखता है। जिसके कारण हमें दिल की बीमारियों का डर नहीं रहता।
3. मधुमेह - रोजाना प्याज खाने से हमारे शरीर में इंसुलिन पैदा होता है। जो शरीर में बढ़ रहे मीठे को संतुलन में रखता है। जिसके कारण हमें मधुमेह होने खतरा नहीं रहता। यदि आपको मधुमेह है तो आपको रोजाना सलाद के रूप में प्याज का सेवन करना चाहिए।
4. पेशाब - किडनी ख़राब होने की स्थिति में अक्सर रोगियों को पेशाब करने में दिक्कत का सामना करना अपडेट है। जैसे पेशाब करते समय जलन होना, बार-बार पेशाब आना आदि। हम प्याज की मदद से इस समस्या से निदान प् सकते है। 50 ग्राम प्याज का एक लीटर पानी में उबलने के बाद बनने वाले काढ़े से इस समस्या से छुटकारा मिलता है।
5. पेट संबंधित रोगो - प्याज के सेवन से हमें पेट संबंधित रोगो से भी मुक्ति मिलती है। किडनी ख़राब होने पर रोगी को पेट से जुडी कई बीमारियां हो जाती है। ऐसे में सेंधा नमक के साथ प्याज खाने से पेट के रोग से मुक्ति मिलती है।
6. पथरी - किडनी ख़राब होने का एक और कारण है 'पथरी'। पथरी रोगियों की आसानी से किडनी खरब हो जाती है। ऐसे में इस रोग से बचने के लिए प्याज के रस को चीनी में मिलाकर शरबत बनाकर सुबह खली पेट पीना चाहिए। इसके लगातार सेवन से पथरी अपने आप पेशाब के जरिए बहार निकल जाती है।
Polycystic kidney disease ayurvedic herbal treatment
रोज के खाने में प्रयोग की जाने वाली चीज़ों में सबसे खास और महत्वपूर्ण चीज़ है "प्याज"। एक भारतीय का खाना उस समय तक अधूरा है जब उसमे प्याज का इस्तेमाल ना किया जाए। विशेषकर उत्तर भारत में प्याज को बड़े ही चाव से खाया जाता। यहाँ प्याज के बिना शायद ही कोई भोजन बनाया जाता हो। एक तरफ प्याज जहां अपने कटने पर रुलाती है वहीं यह प्याज हमारे भोजन का स्वाद भी बढाती है।
प्याज के गुण :-
प्याज ना केवल हमारे खाने का स्वाद बढाती है। बल्कि इसमें कई गुणकारी गुण भी शामिल है। आपको बता दें की एक प्याज में प्याज में 86 प्रतिशत प्रोटीन है और 13 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेट्स मौजूद होता है। साथ ही एक आधा कप प्याज में 3 एमजी सोडियम, 116 एमजी पोटैशियम, और 3 एमजी फॉस्फोरस जैसे तत्व मौजूद होते है। जो हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक है।
प्याज के रोजाना इस्तेमाल से हम खुद को कई रोगो से दूर रख सकते है। प्याज हमारे लिए किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है। एक शोध में वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि ताज़ा उखाड़े गए प्याज में तीन घंटे तक ' एम ' नाम की ऐसी विद्दुत - किरण रहती है जो सूर्योदय की किरणों के समान ही आरोग्य और संजीवन देती है। शायद इसी कारण इसे आयुर्वेद में एक विशेष औषधि के रूप में स्थान दिया गया है। अकेले प्याज ही कई रोगो से आपको बचाती है। जिसकी एक लम्बी श्रंखला है।
प्याज एक औषधि :-
अब तक हम इतना तो जान ही चुके है की प्याज हमारे लिए कितनी जरुरी है। प्याज ना सिर्फ खाने का स्वाद बढाती है बल्कि यह एक गुणकारी औषधि भी है। प्याज से हम किडनी रोग से आसानी से छुटकारा पा सकते है साथ ही निम्नलिखित रोगो से भी मुक्ति मिलती है-
1. रक्तचाप - कच्चा प्याज खाने से हमारा रक्तचाप नियंत्रण में रहता है। यदि आपका रक्तचाप लगातार बढ़ रहा है तो यह कई बिमारियों के होने का संकेत है। लगातार बढ़ते रक्तचाप के कारण हमारी किडनी भी ख़राब हो सकती है।
2. कोलेस्ट्रॉल - प्याज के अंदर मिथाइल सल्फाइड और अमीनो एसिड होता है। यह तत्व हमारे कोलेस्ट्रॉल को काबू में रखता है। जिसके कारण हमें दिल की बीमारियों का डर नहीं रहता।
3. मधुमेह - रोजाना प्याज खाने से हमारे शरीर में इंसुलिन पैदा होता है। जो शरीर में बढ़ रहे मीठे को संतुलन में रखता है। जिसके कारण हमें मधुमेह होने खतरा नहीं रहता। यदि आपको मधुमेह है तो आपको रोजाना सलाद के रूप में प्याज का सेवन करना चाहिए।
4. पेशाब - किडनी ख़राब होने की स्थिति में अक्सर रोगियों को पेशाब करने में दिक्कत का सामना करना अपडेट है। जैसे पेशाब करते समय जलन होना, बार-बार पेशाब आना आदि। हम प्याज की मदद से इस समस्या से निदान प् सकते है। 50 ग्राम प्याज का एक लीटर पानी में उबलने के बाद बनने वाले काढ़े से इस समस्या से छुटकारा मिलता है।
5. पेट संबंधित रोगो - प्याज के सेवन से हमें पेट संबंधित रोगो से भी मुक्ति मिलती है। किडनी ख़राब होने पर रोगी को पेट से जुडी कई बीमारियां हो जाती है। ऐसे में सेंधा नमक के साथ प्याज खाने से पेट के रोग से मुक्ति मिलती है।
6. पथरी - किडनी ख़राब होने का एक और कारण है 'पथरी'। पथरी रोगियों की आसानी से किडनी खरब हो जाती है। ऐसे में इस रोग से बचने के लिए प्याज के रस को चीनी में मिलाकर शरबत बनाकर सुबह खली पेट पीना चाहिए। इसके लगातार सेवन से पथरी अपने आप पेशाब के जरिए बहार निकल जाती है।
Polycystic kidney disease ayurvedic herbal treatment
Comments
Post a Comment